भक्ति में ही शक्ति है

भक्ति में ही शक्ति है जब सारे विश्व में एकेश्वरवाद पर आध्यात्मिक शोध चल रहे थे तब भारत में रामकृष्ण परमहंस जैसे विलक्षण संत काली की मूर्ति से घंटों बतियाते…

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नैतिक संस्कार

THEME BASED CONTENT बालक के जन्म के साथ ही शिक्षा के संस्कार का कार्य सभारंभ ले जाता है। माता-पिता अबोध बच्चों से ही बातें बोलते हैं-जिनमें संस्कार की गंध होती…

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आत्मसम्मान

मदद करने का अनोखा अंदाज़ मुहल्ले में बच्चों को पढ़ाने वाली अम्माजी के घर आटा और सब्जी नहीं है मगर वह सादगी से रहने वाली महिला बाहर आकर मुफ़्त राशन…

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दान की महिमा

एक भिखारी सुबह-सुबह भीख मांगने निकला। चलते समय उसने अपनी झोली में जौ के मुट्ठी भर दाने डाल दिए, इस अंधविश्वास के कारण कि भिक्षाटन के लिए निकलते समय भिखारी…

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अधर्म का एक क्षण

जब श्रीकृष्ण महाभारत के युद्ध पश्चात् घर लौटे तो रोष में भरी रुक्मिणी ने उनसे पूछा, "बाकी सब तो ठीक था किंतु आपने आचार्य द्रोण और भीष्म पितामह जैसे धर्मपरायण…

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हिम्मत, लगन और पक्का इरादा

बहुत पहले आप ने एक चिड़िया की कहानी सुनी होगी...जिसका एक दाना पेड़ के कंदरे में कहीं फंस गया था... चिड़िया ने पेड़ से बहुत अनुरोध किया उस दाने को…

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ईश्वर सब देखता है

एक बार एक महात्मा के पास दो आदमी ज्ञान लेने के लिए आए। महात्मा बहुत पहुंचे हुए थे। उन्होंने दोनों को एक-एक चिड़िया दे दी और कहा:-"जाओ, इन चिड़ियाओं को…

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हनुमान चालीसा का रहस्य

भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलयुग कलियुग में न कर्म है, न भक्ति है और न ज्ञान ही…

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बड़ों का आदर-सम्मान

पिता पुत्र का अनमोल रिश्ता.. एक दिन मेरे पिता ने हलवे के दो कटोरे बनाये और उन्हें मेज़ पर रख दिया एक के ऊपर दो बादाम थे जबकि दूसरे कटोरे…

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परिवर्तन

"बेटा! थोड़ा खाना खाकर जा ..!! दो दिन से तुने कुछ खाया नहीं है।" लाचार माता के शब्द है अपने बेटे को समझाने के लिये। "देख मम्मी! मैंने मेरी बारहवीं…

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