प्रेरक प्रसंग

सुनहु भरत भावी प्रबल बिलखि कहेउ मुनिनाथ।हानि लाभु जीवन मरनु जसु अपजसु बिधि हाथ।। जंगल में एक गर्भवती हिरनी बच्चे को जन्म देने को थी। वो एकांत जगह की तलाश…

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हिन्दी दिवस – अपनी भाषा

हिन्दी दिवस पर अतुल्य अद्वितीय "वाणी मां" हिन्दी का कोटि कोटि नमन, वंदन, अभिनन्दन करते हैं तन-मन से वंदन,जन-गण-मन की अभिलाषा काअभिनंदन अपनी संस्कृति का,आराधन अपनी भाषा का। यह अपनी…

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बप्पा रावल

◆||कालभोज||◆ एक राजपूत बालक की गाय रोज दूध दुहने के समय कहीं चली जाती थी। उस बालक को रोज भूखा रहना पड़ता था इसलिए एक दिन वो उस गाय के…

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दिल्ली के मार्गों के नाम

दिल्ली में यमुना जी का स्नान करने से ब्रह्माजी को वेदों का बोध हुआ था जिसके कारण इस तीर्थ निगमोद्बोध कहा गया और आजकल इस स्थान को निगम बोध घाट…

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या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता

नारी ब्रह्मविद्या है, श्रृद्धा है, शक्ति है, पवित्रतानारी ब्रह्मविद्या है, श्रृद्धा है, शक्ति है, पवित्रता है,कला है, कामधेनु है, अन्नपूर्णा है, सिद्धि है, विश्व की स्वर्गिक उद्भावना से ओत-प्रोत है।…

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तीन छोटी शिक्षाप्रद गुरु-शिष्य कथा

(1) पुराने समय की बात है एक गुरुकुल के आचार्य अपने शिष्य की सेवा भावना से बहुत प्रभावित हुए। शिक्षा पूरी होने के बाद शिष्य को विदा करने का समय…

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शिक्षक दिवस – पांच सितम्बर
Vector sketch black contour isolated illustration of business people. Women and men at conference, meeting and negotiations. A speaker at lecture or session. The audience listens to a presentation

शिक्षक दिवस – पांच सितम्बर

शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में जीवन में आए सभी शिक्षकों को सादर प्रणाम और अभिनन्दन। मेरे ख्याल से इस सम्पूर्ण संसार में गुरु और शिष्य के रिश्ते से मधुर और…

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