THEME FOR SANSKAAR YAGYA MISSION LAST QUARTER – “मन के हारे हार है मन के जीते जीत”

THEME FOR SANSKAAR YAGYA MISSION LAST QUARTER – “मन के हारे हार है मन के जीते जीत”

“मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।
कहे कबीर हरि पाइए मन ही की परतीत।।” 

अर्थात- जीवन में जय और पराजय केवल मन के भाव हैं। यानी जब हम किसी कार्य के शुरू में ही हार मान लेते हैं कि हम सचमुच में ही हार जाते हैं। लेकिन अपनी मंजिल के लिए जब जूझते हैं, बार-बार गिर कर खड़े होते हैं तो हमारा आत्मविश्वास कई गुना बढ़ जाता है। इसके बाद जब मंजिल मिलती है, तो उसकी खुशी कई गुना होती है। इसलिए आपकी जीत या हार को कोई और तय नहीं कर सकता है। यह खुद आपके ऊपर निर्भर करता है।

हिरणों की दौड़ने की गति 90 किमी प्रति घंटा है। फिर बाघ की गति 60 किमी प्रति घंटा है। विस्वास नहीं हो रहा न…?

फिर भी, बाघ हिरण का शिकार करता है।
क्योंकि हिरणों के मन में एक डर होता है कि हम बाघ से कमज़ोर हैं और वही डर उन्हें बार-बार पीछे देखने पर मजबूर करता है …।
यह उसकी गति और मनोबल को कम करता है। और उस बाघ का शिकार बन जाता है ….!

यही सच कोरोना का है।
कोरोना से कई गुना रोगप्रतिरोधक शक्ति हमारे पास अधिक है। हमारा मनोबल और गति केवल भय के कारण कम हो जाता है ओर बीमार हो जाते है।
घबराओ मत …….!

“मन के हारे हार है
मन के जीते जीत
विश्वास बनाए रखना
दिन जाएंगे ये भी बीत”

अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें और अगली थीम निश्चित ही आपको हर क्षण सम्बल परदान करेगी क्योंकि अगले और अंतिम क्वार्टर की थीम है

THEME FOR SANSKAAR YAGYA MISSION LAST QUARTER

“मन के हारे हार है मन के जीते जीत”

   सकारात्मक सोचे सकारात्मक रहें

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